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Showing posts from May, 2020

ऐतिहासिक दृष्टिकोण से 29 मई का दिन है अहम, युद्ध से लेकर राजनीतिक इतिहास है समाया

विश्व और भारत में 29 मई का दिन काफी अहम रहा है. इस दिन अलग-अलग दशकों में कई अनोखी घटनाएं हुई है. जिसने विश्व पटल और मानव इतिहास पर गहरी छाप छोड़ी है. 29 मई का दिन ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण रहा है. जिसमें कई लड़ाई, सत्ता परिवर्तन, नेतृत्व की स्थापना जैसी घटनाएं हुई है. 29 मई की तारीख में इतिहास के कई राज छुपे है, जिसे आज भी हर कोई नहीं जानता है. भारतीय एवं विश्व इतिहास में की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं: Also See: delhi earthquake hindi 1658 – औरंगजेब ने सामुगढ़ की लड़ाई में दारा ​शिकोह को पराजित किया। 1724 – पोप बेनेडिक्ट त्रयोदश, पिएत्रो फ्रांसिस्को ऑरसिनी का जन्म हुआ। 1727 – पीटर-द्वितीय 11 साल की उम्र में रूस का जार बना। 1790 – रोड आइलैंड ने संयुक्त राज्य के संविधान की पुष्टि की और ऐसा करने वाला 13 मूल राज्यों में से अंतिम राज्य बन गया। 1861 – हांगकांग जनरल चैंबर ऑफ कॉमर्स की स्थापना की गयी। 1874 – स्विट्ज़रलैंड में वर्तमान संविधान प्रभावी किया गया। 1906 – जाने-माने निबंधकार कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर का जन्म हुआ। 1915 – तोफिलोब्रागा पुर्तगाल के राष्ट्रपत

राष्‍ट्रीय राजधानी एक बार फिर भूकंप | Earthquake in delhi

राष्‍ट्रीय राजधानी एक बार फिर भूकंप ( delhi me bhukamp ) के झटकों से हिल गई। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बताया जाता है कि दिल्ली-एनसीआर में भूंकप का यह झटका रिक्टर पैमाने पर 4.6 डिग्री मापा गया। जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, तब से अब तक ये दिल्ली में आया सातवां भूकंप (7 times  earthquake in delhi  during lockdown) है। सवाल ये भी है कि आखिर दिल्ली में इन दिनों बार-बार भूकंप क्यों आ रहा है? इस भूकंप का केंद्र दिल्ली से 65 किलोमीटर दूर हरियाणा के रोहतक में पाया गया। वहां पर भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे करीब 3.3 किलोमीटर दूर था। यह मध्यम तीव्रता का भूकंप था, इसलिए कमजोर इमारतों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। अगर ये 5 से अधिक होता तो नुकसान काफी होता। हालांकि लॉकडाउन के अब तक के सभी भूकंपों में ये सबसे तेज था, जिसकी वजह से लोग डर कर घरों से बाहर निकल कर आ गए। रिस्‍क जोन में है दिल्‍ली भूकंप के मामले में दिल्‍ली बेहद संवेदनशील है। भूवैज्ञानिकों ने दिल्ली और इसके आसपास के इलाके को जोन-4 में रखा है। यहां 7.9 तीव्रता तक का भूकंप आ सक

सीतारमण ने बताया, आत्‍मनिर्भर भारत के क्‍या है मायने

नई दिल्ली:  केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेस में आत्‍मनिर्भर भारत और पीएम नरेंद्र मोदी के मंगलवार के राष्‍ट्र के नाम संबोधन में दिए गए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के बारे में विस्‍तार से बात की. उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के मामले में विस्‍तृत दृष्टिकोण दिया है. उन्‍होंने साफ किया कि आत्मनिर्भर (आत्मनिर्भर) भारत का अर्थ यह नहीं है कि भारत, दुनिया से एक अलग-थलग देश बन जाएगा.प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया गया कि माइक्रो, स्‍माल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) की बेहतरी के लिए छह कदम उठाए जाएंगे, इसके तहत तीन लाख करोड़ का लोन बिना गारंटी का मिलेगा. उन्‍होंने इकोनॉमी, इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर, सिस्‍टम, डेमोग्राफी और डिमांड को आत्‍मनिर्भर भारत के लिहाज से पांच आधार स्‍तंभ बताया. वित्‍त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014-19 के बीच बहुत योजना आईं. हमारी सरकार ने कई सुधार किए. स्‍वच्‍छ भारत अभियान और आयुष्‍मान भारत जैसी योजनाओं के जरिये अच्‍छा काम हुआ. उन्‍होंने कहा किइस आर्थिक पैकेज से विकास बढ़ेगा. आत्‍मनिर्भर भारत के पीछे हमार

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी बोले, सरकार पूरे देश को लॉकडाउन में नहीं रख सकती

एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने देश में कोविड-19 से निपटने के लिए चल रहे लॉकडाउन को 'असंवैधानिक करार' दिया और मांग की कि राजग सरकार संकटग्रस्त प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए कदम उठाए। ओवैसी ने एक ऑनलाइन जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''यह लॉकडाउन असंवैधानिक है। भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून, महामारी कानून के तहत पूरे देश को लॉकडाउन में नहीं रख सकती। उन्होंने कहा कि यह संघवाद के खिलाफ है। यह राज्य का विषय है। मुझे पता नहीं कि राज्य सरकारें क्यों चुप हैं। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मजदूरों की ट्रेन से कुचलने से मौत की घटना का जिक्र करते हुए ओवैसी ने दावा किया कि लॉकडाउन बिना योजना के लागू किया गया और प्रवासी श्रमिक परेशानी में हैं। एआईएमआईएम नेता ने सामाजिक दूरी बनाकर रखने की जरूरत को रेखांकित किया और महाराष्ट्र में मालेगांव के लोगों से दूरी बनाकर रखने और अनुशासन का पालन करने की अपील की जहां वायरस तेजी से फैल रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार में शामिल अन्य नेताओं से मालेगांव के संबंध में ध्यान देने को क

दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान छूट के बाद दिखी सड़कों पर भीड़, लगी वाहनों की लंबी कतारें

नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान कुछ शर्तों के साथ छूट देने के बाद सोमवार से राजधानी में सड़कों पर भीड़ देखी जा रही है। दिल्ली के मूलचंद इलाके में वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी गई। समाचार एजेंसी एएनआइ ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें बड़ी संख्या में वाहनों को देखा जा सकता है। दरअसल, दिल्ली सरकार के आवश्यक सेवा से जुड़े दफ्तरों में सोमवार से खुल गए हैं। यहां पर 100 प्रतिशत अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित हैं। लेकिन, जो आवश्यक सेवा से जुड़े कार्यालय नहीं हैं, वहां उपसचिव स्तर व शेष अधिकारी तो सौ प्रतिशत पहुंचेंगे, लेकिन कर्मचारी 33 प्रतिशत ही उपस्थित रहेंगे। इन्हें मिली है छूट निजी कार्यालय भी खुलेंगे, 33 प्रतिशत लोग काम करेंगे। सेल्फ एम्प्लॉयड लोग धोबी, सफाई कर्मचारी, इलेक्ट्रीशियन व प्लम्बर को काम करने की इजाजत होगी। घरेलू कामगारों को भी अनुमति होगी। मगर इसके लिए आरडब्ल्यूए की अनुमति लेना अनिवार्य होगा। किताबों और स्टेशनरी की दुकानें खुली रहेंगी। आवासीय काम्प्लेक्स में जो भी दुकानें हैं, वे सब खुलेंगी। वहीं स्टैंड अलोन, गली-मोहल्लों की दुकानें भी खुलेंगी चाहे वह

रामायण कार्यक्रम दूरदर्शन नंतर आता 'या' चॅनलवर प्रेक्षकांना पाहता येणार

रामायण सागर यांचा रामायण (Ramayana) हा कार्यक्रम सध्या लॉकडाउनच्या काळात दूरदर्शनवर प्रदर्शित करण्यात येत आहे. या कार्यक्रमाला प्रेक्षकांचा उत्तम प्रतिसाद मिळत असून त्याने वर्ल्ड रिकॉर्ड केला आहे. जेव्हापासून रामायण दूरदर्शनवर प्रदर्शित करण्यास सुरुवात झाली तेव्हापासूनच अधिक चर्चा रंगली होती. रामायण संपल्यानंतर आता उत्तर रामायण सुरु झाले आहे.  याला सुद्धा प्रेक्षकांचा तितकाच प्रतिसाद मिळाला. परंतु उत्तर रामायण सुद्धा लवकरच संपणार आहे. परंतु प्रेक्षकांना नाराज व्हायची काहीच गरज नाही आहे. कारण प्रेक्षकांना त्यांचा आवडा शो रामायण पुन्हा एकदा पाहता येणार आहे. पुन्हा एकदा रामायण शो टेलीकास्ट होणार आहे. पण दूरदर्शनवर नाही याचे टेलीकास्ट होणार आहे. टेलीचक्कर यांच्या माहितीनुसार, रामायण स्टार प्लस चॅनलवर दाखवला जाणार आहे. तर येत्या 4 मे पासून रात्री 9.30 वाजता प्रेक्षकांना तो पाहता येणार आहे. दरम्यान, रामायण टीआरपीमध्ये पहिल्या क्रमांकावर आहे. राम-रावण युद्ध आणि राम अयोध्येत येणाऱ्या काळाचा टीआरपी सर्वाधिक आहे.  उत्तर रामायणाबाबत बोलायचे झाल्यास, कार्यक्रमात सध्या अश्